हिमंत बिस्वा सरमा बोले: कोई मुस्लिम महिला नहीं चाहती कि उसका पति 3 और पत्नियां घर लाए, यूनीफॉर्म सिविल कोड जरूरी

असम में मुस्लिम समुदाय का एक धर्म है, लेकिन संस्कृति और मूल के दो अलग-अलग वर्ग हैं। उनमें से एक असम का मूल निवासी है और पिछले 200 वर्षों में प्रवास का कोई इतिहास नहीं है। Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala हिमंत बिस्वा सरमा बोले: कोई मुस्लिम महिला नहीं चाहती कि उसका पति 3 और पत्नियां घर लाए, यूनीफॉर्म सिविल कोड जरूरी असम में मुस्लिम समुदाय का एक धर्म है, लेकिन संस्कृति और मूल के दो अलग-अलग वर्ग हैं। उनमें से एक असम का मूल निवासी है और पिछले 200 वर्षों में प्रवास का कोई इतिहास नहीं है। April 30, 2022 at 10:05AM असम में मुस्लिम समुदाय का एक धर्म है, लेकिन संस्कृति और मूल के दो अलग-अलग वर्ग हैं। उनमें से एक असम का मूल निवासी है और पिछले 200 वर्षों में प्रवास का कोई इतिहास नहीं है।

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